" श्रीनिवास जी जैसा पशुप्रेमी आज के समय में शायद ही कोई हो। हमें इनके जैसा बनने की कोशिश करनी चाहिए। " श्रीनिवास जी जैसा पशुप्रेमी आज के समय में शायद ही कोई हो। हमें इनके जैसा बनने ...
अब सबकी आंखों में एक ही भाव था और वह था ग्लानि का भाव क्योंकि अंकित बाहर खड़े भूखे बच्चों को खाना खि... अब सबकी आंखों में एक ही भाव था और वह था ग्लानि का भाव क्योंकि अंकित बाहर खड़े भू...
मां के सम्पर्क में हर बच्चा सबसे पहले आता है। मां के सम्पर्क में हर बच्चा सबसे पहले आता है।
लडकियाँ बहुत मजबूत होती है और वो कुछ भी कर सकती हैं। लडकियाँ बहुत मजबूत होती है और वो कुछ भी कर सकती हैं।
लेकिन वही "ढाक के तीन पात।" लेकिन वही "ढाक के तीन पात।"
तो क्रोधित समुद्र की लहरें आपको एक दोस्त के रूप में सोच रही थीं तो क्रोधित समुद्र की लहरें आपको एक दोस्त के रूप में सोच रही थीं